Jeet Ki Kalam
- 13 Posts
- 2 Comments
मेरा शहर आज सुबह शाम उबल रहा है !
प्रचंड गर्मी से हर इंसान मचल रहा है !!
हे सूर्य देवता थोड़ा रहम कर लो हम पर!
यहाँ बिना छत के भी कोई पल रहा है !!
मिल जाये कोई पथिक तो सहारा जरूर देना!
क्योंकि आज इंसान हर तरफ़ जल रहा है!!
ना बर्बाद करना पानी की एक भी बूँद कोई!
कहीं कोई एक बूँद के लिए भी पिघल रहा है!!
लगा दो एक पेड़ आज गर बच्चों को जिआना है!
वरना कल को मरने की तैयारी हर कोई कर रहा है!!
वरना कल को मरने की तयारी हर कोई कर रहा है!!
https://facebook.com/jeetkikalam
Read Comments